* अध्यात्म से जुड़कर युवा जीवन को सकारात्मक बनाएंः गुरुदेव, आर्ट ऑफ लिविंग के सुरमयी भजनों पर झूमते रहे हजारों श्रद्धालु
रायपुर। प्रख्यात आध्यात्मिक गुरु श्रीश्री रविशंकर का महासत्संग ‘शंखनाद’ कार्यक्रम मंगलवार को साइंस कॉलेज मैदान में हुआ। आठ वर्षों बाद मिले गुरुदेव के दर्शन-सत्संग के लिए छत्तीसगढ़ समेत देश के कई स्थानों से पहुंचे अनुयायियों और श्रद्धालुओं में हर्षोल्लास देखा गया। गुरुदेव ने अपने खास अंदाज में हाथ उठाकर पूछा- ‘कैसे हैं आप सब।’ फिर उन्होंने सभी से 10 मिनट का ध्यान करवाया। इसके बाद सत्संग में उन्होंने युवा पीढ़ी का विशेष संदेश देते हुए कहा, युवा जन धर्म-अध्यात्म से जुड़कर अपने जीवन का सकारात्मक विकास करें। अध्यात्म ही एक ऐसा सशक्त और दिव्य माध्यम है जिसके द्वारा हर व्यक्ति सकारात्मक विकास की ओर अग्रसर होता है। उन्होंने स्वस्थ-सुखी व निरोगी जीवन के लिए योग के महत्व पर प्रकाश डालते हुए जनसमूह से नित्य योगाभ्यास का आह्वान किया।
नक्सलवाद से प्रभावित युवाओं से मुख्यधारा में शामिल होने का आह्वान
गुरुदेव ने नक्सलवाद से प्रभावित युवाओं से विकास की मुख्य धारा में आने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, हम आपके साथ खड़े हैं, हम सब मिलकर छत्तीसगढ़ को उत्तम और भारत को श्रेष्ठ बनाएंगे। हमारे जीवन में शांति और समृद्धि आवश्यक है। जब शांति होगी तो समृद्धि आएगी। बंदूक से कोई काम
श्रीश्री रविशंकर के कार्यों को कभी भुलाया नहीं जा सकता: सीएम
शंखनाद महासत्संग कार्यक्रम में शामिल हुए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि श्रीश्री रविशंकर परोपकार और मानवता की सेवा का ऐसा कार्य कर रहे हैं, जिसे भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि उनका संस्थान योग, ध्यान और मानवता के कल्याण का अच्छा कार्य कर रहा है। सुदर्शन क्रिया के माध्यम से देश दुनिया में करोड़ों निराश लोगों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने का कार्य कर रहा है। ध्यान और मैडिटेशन को हम भूलते जा रहे थे। आर्ट ऑफ लिविंग के माध्यम से फिर से इसे स्थापित किया
व्यक्ति विकास केंद्र व राज्य सरकार के बीच एमओयू पर हस्ताक्षर
राज्य सरकार द्वारा आर्ट ऑफ लिविंग को प्रदत्त भूमि का डिजटल शिलान्यास भी श्रीश्री रविशंकर एवं मुख्यमंत्री श्री साय के हाथों महासत्संग स्थल से किया गया। वहीं आर्ट ऑफ लिविंग व्यक्ति विकास केंद्र और राज्य सरकार के बीच एक महत्वपूर्ण एमओयू पर भी हस्ताक्षर किए गए।
सोमनाथ ज्योतिर्लिंग के मूल अवशेषों के दुर्लभ दर्शन
गुरुदेव श्री श्री रविशंकर ने छत्तीसगढ़ में पहली बार मूल सोमनाथ ज्योतिर्लिंग के दुर्लभ और पवित्र अवशेषों का अनावरण भी किया। गुरुदेव ने बताया, ये पवित्र अवशेष लगभग 1000 वर्षों बाद प्रकाश में आए हैं। दिल्ली और बिहार के बाद, अब छत्तीसगढ़ में भी इनका दर्शन श्रद्धालुओं को मिल रहा है। सत्संग समारोह में प्रदेश भाजपाध्यक्ष किरण देव सिंह, पूर्व वन मंत्री महेश गागड़ा, विधायक लता उसेंडी, प्रबल प्रताप जूदेव विशेष रूप से सम्मिलित हुए। संस्थान के दीपेंद्र दीवान ने बताया, गुरुदेव ने आज अपने इस प्रवास के दौरान वित्त मंत्री ओ.पी. चौधरी के साथ आर्ट ऑफ लिविंग के लिए दी गई जमीन का अवलोकन भी किया।