रायपुर। शारदा चौक से आमापारा तक सडक़ चौड़ीकरण की उम्मीद उस समय जगी थी जब आमापारा से तात्यापारा तक की शुरूआत हुी इस दौरान लोगों को मन चाही मुआवजा मिला और लोग स्वेच्छा से सडक़ चौड़ीकरण के लिए जगह दिए। लेकिन फंड की कमी के चलते भाजपा शासन के दौरान तात्यापारा से शारदा चौक तक चौड़ीकरण होते होते अधर में लटक गया जिसका चौड़ीकरण मुहूर्त आज तक नहीं निकल पाया।
कलेक्टर-कमिश्नर- महापौर और शारदा चौक व्यापारी मंच की सैकड़ों बैठकों के बाद भी शारदा चौक से तात्यापारा चौड़ीकरण के लिए मुआवजा को लकेर सहमति नहीं बन पाई तब निगम ने सासन को 30 करोड़ मुआवजा सहित चौड़ीकरण का प्रस्ताव भेजा । लेकिन 2023-24 के बजट प्रावधान में मात्र 10 करोड़ होने पर व्यापारियों में निराशा देका जा रहा है लेकिन निगम महापौर ने इसके शेष राशि के निगम बजटच में प्रावदान करने का आश्वासन दिया है
जिससे अभी उम्मीद जगी हुई है। अब चौड़ीकरण का मामला पूरी तरह राजनीतिक रूप ले सकता है? भाजपा बी स्तानीय मुद्दे के रूप में इसे भुनाना चाहेगी वहीं कांगे्रस की परिषद हर हाल में चुनाव से पहले चौड़ीकरण के लिए राशि जुटाकर राजनीतिक लाभ उठाने की पूरा कोशिश करेगी। शासन से चौड़ीकरण के लिए 10 करोड़ मिला है अब निगम को 20 करोड़ चौड़ीकरण मद में खर्च करने के लिए अपने जरूरी खर्चों में कटौती कर चुनाव से पहले काम शुरू कराने के लिए एड़ीचोटी की जोर लगा सकती है।