बालौदा बाजार : छत्तीसगढ़ के बालौदा बाजार में 10 जून को हुई हिंसक घटना और आगजनी से प्रभावित हुए संयुक्त जिला कार्यालय का मरम्मत कार्य रविवार को पूरा कर लिया गया. रिस्टोरेशन कार्य के पूरा होने के बाद अब संयुक्त जिला कार्यालय अपने पुराने स्वरूप में दिखाई देने लगा. हालांकि, इन सब पर कई करोड़ रुपए खर्च हो गए. साथ ही इतिहास में यह घटना दर्ज हो गई, जिसमें पुलिस अधीक्षक कार्यालय को हिंसक भीड़ ने प्रदर्शन के नाम पर आग के हवाले कर दिया था.
तेजी से पूरा हुआ मरम्मत का कार्य
संयुक्त जिला कार्यालय में तेज गति से चल रहा सुधार काम रविवार को पूर्ण हो गया. अब कार्यालय अपने पुराने स्वरूप में लौट आया है. मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देश पर कलेक्टर दीपक सोनी ने व्यापक रणनीति बनाकर इस कार्य को अंजाम दिया. जिसके तहत लोक निर्माण विभाग ने 24 घंटे कार्य कर इसे पूरा किया. कार्य में मजदूरों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. इसके साथ ही परिसर की सफाई सहित क्षति ग्रस्त जिला पंचायत कार्यालय, जिला निर्वाचन कार्यालय में भी शत प्रतिशत मरम्मत कार्य पूर्ण कर लिया गया है.
क्या है बालौदा बाजार हिंसा
10 जून को सतनाम समाज के प्रदर्शन के दौरान नेतृत्वविहीन प्रदर्शनकारियों ने पहले शहर की सड़कों पर और उसके बाद संयुक्त जिला कार्यालय परिसर और तहसील कार्यालय में जमकर तोड़फोड़ और आगजनी की घटना को अंजाम दिया था. इस घटना में 237 वाहनों को क्षति पहुंची थी, जिनमें से 96 वाहन आगजनी की शिकार हुई और 141 वाहन क्षति पहुंची थी. इसी क्रम में पत्थरबाजों ने संयुक्त जिला कार्यालय में लगे कांच को तोड़ दिया और एसपी कार्यालय में आग लगा दिया था. जिससे एसपी कार्यालय, जिला आबकारी कार्यालय, जिला आयुर्वेद, सांख्यिकी विभाग सहित अन्य विभागों के अंदर आग लग गई. दस्तावेजों के साथ उपकरण भी जल गए थे. इनका अब रेस्टोरेशन कार्य पूरा कर लिया गया है.