Saturday, May 31, 2025

नवीकरणीय ऊर्जा, हाइड्रोजन भारत को बनाएंगे तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था: मोदी

बेंगलुरु/तुमकुरु. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को भारत को दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने की दिशा में नवीकरणीय ऊर्जा, जैव-ईंधन और हाइड्रोजन का इस्तेमाल बढ़ाने पर जोर दिया. प्रधानमंत्री ने यहां तेल एवं गैस क्षेत्र के दिग्गज उद्योगपतियों के साथ एक बैठक में भारत को टिकाऊ आर्थिक वृद्धि की राह पर ले जाने से संबंधित विचारों एवं पहल पर चर्चा की. इस दौरान प्रधानमंत्री ने शत-प्रतिशत नवीकरणीय ऊर्जा के इस्तेमाल और परंपरागत ईंधनों में एथनॉल एवं बायो-डीजल का मिश्रण बढ़ाने पर बल दिया.

सूत्रों के मुताबिक, ‘भारत ऊर्जा सप्ताह’ का उद्घाटन करने आए प्रधानमंत्री ने ऊर्जा कारोबार से संबंधित उद्योगपतियों के साथ अलग से एक बैठक की. इसमें अंतरराष्ट्रीय तेल कंपनियों बीपी, एक्सॉनमोबिल और टोटलएनर्जीज के अलावा रॉसनेफ्ट के प्रमुख भी शामिल हुए.

इस दौरान प्रधानमंत्री ने भारत को हाइड्रोजन उत्पादन के मामले में दुनिया का अग्रणी देश बनाने पर जोर दिया. हाइड्रोजन सबसे स्वच्छ ईंधन माना जाता है. सूत्रों के मुताबिक, प्रधानमंत्री के साथ बैठक में तेल कंपनियों की तरफ से तेल एवं गैस क्षेत्र में कर को 70 प्रतिशत से घटाकर 40 प्रतिशत करने की मांग रखी गई. वहीं कुछ उद्योगपतियों ने स्व-प्रमाणन के जरिये कारोबारी सुगमता बढ़ाने पर जोर दिया.

प्रधानमंत्री मोदी ने बजट को सर्वस्पर्शी बताया, कहा- यह मजबूत भारत की नींव रखेगा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को केंद्रीय बजट की सराहना करते हुए कहा कि यह एक मजबूत भारत की नींव रखेगा और एक शक्तिशाली राष्ट्र के निर्माण की दिशा में बढ़ने में मदद करेगा. उन्होंने यह भी कहा कि दुनिया भर में गरीब हितैषी और मध्यम वर्ग हितैषी बजट पर चर्चा हुई है. मोदी ने तुमकुरु जिले में ंिहदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) की हेलीकॉप्टर फैक्टरी का उद्घाटन करने के बाद यहां एक रैली में कहा, ‘‘यह बजट एक विकसित राष्ट्र के लक्ष्य की प्राप्ति में सबकी भागीदारी सुनिश्चित करने वाला है. यह आजादी के 100 साल पूरे होने पर एक मजबूत भारत की नींव को और मजबूत करेगा.’’

प्रधानमंत्री का एक महीने से भी कम समय में कर्नाटक का यह तीसरा दौरा है. राज्य में कुछ महीने में विधानसभा चुनाव होना है. उनका यहां 13 फरवरी को ‘एयरो इंडिया शो’ का उद्घाटन करने और 27 फरवरी को जिला मुख्यालय शहर शिवमोगा में हवाई अड्डे का अनावरण करने का कार्यक्रम है. मोदी ने कहा कि एक फरवरी को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किया गया बजट ‘‘मजबूत, समृद्ध, पूर्ण, शक्तिशाली और तेजी से आगे बढ़ने वाले भारत की दिशा में एक बड़ा कदम’’ है.

उन्होंने कहा कि ग्रामीण भारत, गरीबों, महिलाओं, युवाओं और बुजुर्गों के हित में कई बड़े कदम उठाए गए हैं. मोदी ने रैली में कहा, ‘‘यह बजट सर्वस्पर्शी, सर्व हितकारी, सर्व समावेशी, सर्व सुखकारी और सर्वप्रिय है. यह बजट सभी को नौकरी के अवसर देता है और स्वरोजगार को प्रोत्साहित करता है.’’

प्रधानमंत्री ने कहा कि यह बजट ‘श्री अन्न’ (मोटे अनाज) को बढ़ावा देकर कृषि और गांवों का पक्षधर है, जो सीमांत किसानों को ‘‘ताकत’’ देगा. उन्होंने कहा कि सरकार ने गांवों में हर गरीब परिवार को ‘‘छत’’ (आवास) देने के लिए 70,000 करोड़ रुपये निर्धारित किए हैं.

प्रधानमंत्री ने बजट में घोषित नयी आयकर श्रेणी समेत अन्य प्रावधानों की भी सराहना की. उन्होंने कहा कि सात लाख रुपये सालाना तक की आय पर आयकर शून्य होने से मध्यम वर्ग में उत्साह है, खासकर 30 साल से कम उम्र के युवा जिन्होंने नयी नौकरी हासिल की है या नया कारोबार शुरू किया है.

मोदी ने मोटे अनाज को ‘श्री अन्न’ कहने के पीछे का तर्क समझाया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा अपने बजट भाषण में मोटे अनाज को ‘श्री अन्न’ कहे जाने के पीछे के तर्क का सोमवार को खुलासा किया. मोदी ने तुमकुरु जिले में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि यह नाम कर्नाटक से लिया गया है जहां मोटे अनाज को ‘सिरी धान्य’ कहा जाता है, जो ‘श्री धान्य’ कहने का बोलचाल का तरीका है.

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘कर्नाटक के लोग मोटे अनाज के महत्व को समझते हैं. यही कारण है कि आप सभी इसे ‘सिरी धान्य’ कहते हैं. कर्नाटक के लोगों की भावनाओं का सम्मान करते हुए देश मोटे अनाज को आगे बढ़ा रहा है.’’ मोदी ने कर्नाटक के लोगों से स्वयं को जोड़ने का प्रयास करते हुए कहा, ‘‘अब मोटे अनाज को देशभर में ‘श्री अन्न’ के नाम से जाना जाएगा. ‘श्री अन्न’ का मतलब सभी खाद्यान्नों में सबसे अच्छा होता है.’’ कर्नाटक में इस वर्ष मई तक विधानसभा चुनाव होना है.

यह प्रधानमंत्री का एक महीने से भी कम समय में राज्य का तीसरा दौरा है. उनका यहां 13 फरवरी को ‘एयरो इंडिया शो’ का उद्घाटन करने और 27 फरवरी को जिला मुख्यालय शहर शिवमोगा में हवाईअड्डे का उद्घाटन करने का कार्यक्रम है. मोदी ने कर्नाटक में मडुआ आदि मोटे अनाज की पैदावार होने का उल्लेख किया. मडुआ से बने लोकप्रिय भोजन का प्रधानमंत्री द्वारा उल्लेख किए जाने पर सभा में मौजूद लोगों की ओर से उत्साहपूर्ण प्रतिक्रिया जतायी गई.

मोदी ने कहा, ‘‘ मड़ुआ मुदे और मडुआ रोटी का स्वाद कौन भूल सकता है? इस साल के बजट में ‘श्री अन्न’ के उत्पादन पर बहुत जोर दिया गया है, जिससे कर्नाटक के सूखाग्रस्त क्षेत्रों के सीमांत किसानों को बहुत मदद मिलेगी.’’ कृषि विशेषज्ञों के अनुसार, मोटे अनाज को कर्नाटक में ‘श्री धान्य’ कहा जाता है क्योंकि यह न केवल स्वादिष्ट और पोषण से भरपूर होता है, बल्कि इसमें ढेर सारे औषधीय गुण भी होते हैं.

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