Monday, December 23, 2024

मेहनतकश के साथ खिलवाड़ करना बंद करे सरकार आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की मांग पूरी करे।

रायपुर 24जनवरी:- आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संयुक्त मंच ने अपने 6 सूत्री मांगों को लेकर हजारों के संख्या में बुढ़ा तालाब धरना स्थल पर प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को मांग पत्र दिया।

ज्ञात हो कि 30 दिसम्बर को दिनांक 23/01/2023 से 27/01/2023 अर्थात पांच दिवसीय धरना सभा रैली कार्यक्रम की अनुमति के लिए आवेदन दिया गया था। लेकिन सरकार एवं प्रशासन ने एक साजिश के तहत अनुमति नहीं दिया 22. तारिक को शाम को ADM रायपुर बुला कर एक दिन की अनुमति दिया, जबकि हमने दिन की अनुमति मागे थे,

शासन, महिला बाल विकास विभाग, प्रशासन ने मिलकर एक बड़ी साजिश के तहत हमारे कार्यक्रम को रोकने पर तुली है, अलग अलग जिलों में भी कार्यकर्तओं को रोका गया. शासन चाहती तो संयुक्त मंच के प्रमुखों को बुला कर चर्चा कर के हल निकाल सकते थे, जबकि प्रशासन को मालूम था कि महिलाओं बड़ी संख्या में आने वाले है

फिर भी इन्होंने दूसरे संगठन को उसी दिन अनुमति दिया है। संयुक्त मोर्चा के सभी प्रमुख साथियों ने राज्य सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार हमसे चर्चा करके हमारी समस्याओं का समाधान नहीं निकलता है तो हम इस संघर्ष को अनिश्चितकालीन संघर्ष में तब्दील कर देंगे जिसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी। यह बात हमने पहले भी कहा है। और 20 दिन पहले हडताल का नोटिस दिया गया था।

शासन प्रशासन ने हमसे चर्चा नहीं किया, जबकि 22 जनवरी के शाम को ADM ने अपने कार्यालय बुला कर 24 जनवरी का अनुमति पत्र दिया, लेकिन तब तक पूरे प्रदेश के दूर दराज के कार्यकर्ता घरों से निकल चुके थे, आज 23 जनवरी को रायपुर में ज़्यादातर कार्यकर्ता पहुँच चुके है। कल 24को धरना, सभा, प्रदर्शन किया जाएगा।

इसके बाद आगे की योजना बनाई जाएगी। आज की सभा को सरिता पाठक, पद्मावती साहू, रुक्मणी सज्जन, हा भारती, राजेंद्र झा,जयश्री राजपूत,सुमन यादव, मुनेश्वरी तिवारी, सुधा राजे, देवेंद्र पटेल, चंद्रशेखर पाण्डेय, भारत भूषण,विश्वजीत हरोड़े, कॉमरेड सौरा,पार्वती यादव, पिंकी ठाकुर, सुचित्रा मानिकपुरी अनिता नायक एवं अन्य लोगों ने केंद्र सरकार और राज्य सरकार की जन विरोधी नीतियों, की आलोचना करते हुए केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार से मांग किया कि तत्काल हमारी मांग पूरी करे। क्योंकि हमने अपने लंबित मांगों के समर्थन में शासन प्रशासन को ज्ञापन एवं कार्यक्रम कई बार है, जबकि सरकार हमेशा नजरअंदाज किया है। जबि सरकार ने अपने घोषणापत्र में भी हमारी मांगों का समर्थन किया है अगर इस बार कर होगा इस आंदोलन को अनिश्चितकालीन आंदोलन में तब्दील कर दिया और इस दौरान के 50 हजार आंगनबाड़ी केट बंद रहेंगे हमारी प्रमुख सांग

1)आंगनबाड़ी सहायिकाओं को कार्यकर्ता के रिक्त पद पर शत प्रतिशत एवं कार्यकर्ताओं की सुपरवाइजर पर

2) आगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिकाओं को शासकीय कर्मचारी घोषित किये जाने तक सरकार द्वारा अपने जन घोषणा पत्र में घोषित नर्सरी शिक्षक पर उन्नयन और कलेक्टर दर पर वेतन का दिया जाय।

3)आंगनबाडी कार्यकर्ताओं को प्राइमरी स्कूलों में प्रायमरी शिक्षक का दर्जा एवं वेतन दिया जाय।

(4) मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ताओ आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ता के बराबर समान काम का समान वेतन दिया जावे एवं क्रेश कार्यकर्ताओं को आंगनबाड़ी कार्यकर्ता पद पर समाहित किया जाय।

(5)आंगनबाडी कार्यकर्ताओं को 5लाख रुपये एवं सहायिकाओं को उलाख रुपये रिटायरमेंट के बाद एक मुश्त राशि दिया जाय और मासिक पेंशन, ग्रेच्यूटी, व समूह बीमा योजना लागू किया जाय।

(6)प्रदेश स्तार में आंगनबाडी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं के रिक्त पदों को तत्काल भरा जाय। और पोषण ट्रेक और अन्य कार्य के लिये जब तक मोबाईल, नेट चार्ज नहीं दिया जाता, तब तक मोबाईल पे कार्य का दबाव न दिया आए।

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