रायपुर। राशन दुकानों से गरीबों को राशन नहीं मिल पा रहा है। हालात ऐसे हैं कि नए साफ्टवेयर की समस्या से आए दिन विभागीय अमला और राशन दुकान संचालक जूझ रहे हैं। लेकिन इसका स्थायी समाधान नहीं निकल रहा है। इसकी वजह से रोज एक दुकान में दो से तीन लोगों को ही राशन मिल पा रहा है। जबकि एक राशन दुकान में दो हजार से ज्यादा हितग्राहियों की संख्या है। जिसमें से दो से तीन लोगों को ही दिनभर में राशन मिलने की वजह से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
वहीं, इसकी शिकायत के बाद मामले की जानकारी एनआइसी को तो भेज दी गई है, लेकिन वहां से भी स्थायी समाधान नहीं मिल रहा है। ऐसे में त्योहार से पहले गरीबों को राशन मिलने का रास्ता साफ होता नहीं दिखाई दे रहा है। सभी राशन दुकानों में खाद्य विभाग द्वारा एक करोड़ रुपये से ज्यादा की राशि खर्च कर ई-पाश मशीनें बांटी गई है। वहीं, इसमें आए दिन लोगों को सर्वर की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। इसकी वजह से राशन दुकानों से राशन नहीं मिल पा रहा है और लोग राशन दुकानों से बेरंग वापस लौट रहे हैं। राशन दुकानों में ई पास मशीनें लगाने के साथ ही ब्लूटूथ की कनेक्टिविटी भी देने का दावा किया गया, ताकि लोगों को आनलाइन रसीद भी दी जा सके। लेकिन इसके बावजूद अब तक इन्हें ब्लूटूथ से कनेक्ट नहीं कर पाए हैं। इसकी वजह से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है और दुकानों में परेशानियां हो रही हैं।
प्रदेश के सभी 13,401 शासकीय उचित मूल्य के दुकानों में ई-पॉस मशीन स्थापित सार्वजनिक वितरण प्रणाली एवं सार्वभौम पी.डी.एस के तहत राशन कार्डधारियों को आधार प्रमाणीकरण के द्वारा उचित मूल्य की दुकानों में ई-पॉस मशीन के माध्यम से खाद्यान्न वितरण का कार्य किया जा रहा है। प्रदेश के 33 जिलों की 13401 उचित मूल्य की दुकानों में ई-पॉस मशीन स्थापित कर दिया गया है। इन 13401 उचित मूल्य दुकानों में से 12,554 उचित मूल्य दुकानों में ऑनलाईन आधार प्रमाणीकरण के जरिये तथा शेष 847 उचित मूल्य की दुकानों में ई-पॉस मशीन के माध्यम से ऑफलाईन राशन सामग्री का वितरण किया जा रहा है। चालू माह अक्टूबर में 75 प्रतिशत से अधिक गरीब परिवारों को राशन वितरण का कार्य पूर्ण कर लिया गया है।
खाद्य विभाग के अधिकारियों ने आज यहां बताया कि राज्य में माह अक्टूबर 2022 में सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अंतर्गत 71.74 लाख राशनकार्डधारियों में से 49.48 लाख राशनकार्डधारियों (69 प्रतिशत) के द्वारा उचित मूल्य दुकानों से अभी तक खाद्यान्न का उठाव किया जा चुका है। 75 प्रतिशत अंत्योदय राशनकार्डधारियों, 77 प्रतिशत प्राथमिकता राशनकार्डधारियों तथा 34 प्रतिशत एपीएल राशनकार्डधारियों के द्वारा माह अक्टूबर में खाद्यान्न का उठाव कर लिया गया है। राशनकार्डधारियों को खाद्यान्न वितरण का कार्य नियमित रूप से जारी है।