0 24 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ एवं प्रज्ञा पुराण कथा
0 धरती पर स्वर्ग का अवतरण के लिए गायत्री मंत्र साधना और यज्ञ कर्म
रायपुर: ओम सोसायटी सुन्दर नगर रायपुर में नव चेतना जागरण 24 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ एवं प्रज्ञा पुराण कथा का शुभारंभ कलश यात्रा के साथ किया गया। कार्यक्रम संयोजक श्रीमती उर्मिला नेताम ने बताया कि इस महायज्ञ के लिए 108 महिलाओं द्वारा हिंदू धर्म के प्रतीक कलश को शिरोधार्य कर नगर में यात्रा निकाली गई। यह यात्रा कुशालपुर प्रज्ञा पीठ से प्रारंभ होकर चंगोरा भाटा, रोहणीपुरम तालाब, सुंदर नगर होते हुए ओम सोसाइटी यज्ञ स्थल पहुँची,
जिसमें अनेक गायत्री परिजन व क्षेत्रीय जनमानस पूरे उत्साह से उपस्थित थे। अखिल विश्व गायत्री परिवार के संस्थापक एवं संरक्षक वेदमूर्ति तपोनिष्ठ पं. श्रीराम शर्मा आचार्य जी एवं परम वंदनीया माता भगवती देवी शर्मा जी ने मानव में देवत्व का उदय और धरती पर स्वर्ग का अवतरण के लिए गायत्री मंत्र साधना और यज्ञ कर्म को आवश्यक माना है।
गायत्री मंत्र साधना से मनुष्य के बुद्धि क्षमता का अनन्त विस्तार होता है, वहीं पर पूर्ण श्रद्धा और विधि सम्मत किया हुआ महायज्ञ से पर्यावरण का परिष्कार, संवर्धन एवं समाज में सांस्कृतिक एकता, समरसता और भाई चारे का वातावरण निर्मित होता है। इसी उद्देष्य के अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज के तत्वाधान में गायत्री परिवार रायपुर के द्वारा यह आयोजन किया गया है।
23 से 26 दिसंबर तक तीनों दिन प्रातः काल में ध्यान योग के उपरांत शांतिकुंज हरिद्वार से पधारे ऋषिपुत्रों द्वारा 24 कुंडीय गायत्री यज्ञ व विविध निःशुल्क संस्कार करवाया जाएगा। दोपहर में प्रज्ञा पुराण की कथा रहेगी सायं काल युग संगीत प्रज्ञा गीत का आयोजन रहेगा।
इस यज्ञ आयोजन में सभी संस्कार (दीक्षा, गर्भाधान, पुंसवन, नामकरण, निष्क्रमण, अन्नप्राशन, मुण्डन, विद्यारंभ, कर्णछेदन, विद्यारंभ, यज्ञोपवीत, विवाह इत्यादि) निःशुल्क करवाये जायेंगे। जिन्हें भी संस्कार कराया जाना है वह आयोजन स्थल पर पहुंचकर अपना पंजीयन करा सकते हैं । उन्होने सभी से यज्ञ में सपरिवार ईष्ट मित्रों सहित आने व इस पावन पुनीत आयोजन को सफल बनाने के लिये सभी की सहभागीता का निवेदन किया है।