. राजधानी के तिलकनगर स्थित बालाजी मंदिर में चल रहे 5 करोड़ विष्णु सहस्रनाम महोत्सव
तीसरे दिन श्रद्धालुओं ने साढ़े तीन करोड़ से ज्यादा मंत्रों का जाप कर मानव और विश्व कल्याण की कामना गोविंदा से की.
पूर्णाहूति 21 दिसंबर को होगी तब तक 5 करोड़ विष्णु सहस्रनाम जप का संकल्प पूर्ण किया जाएगा.
रायपुर :आंध्रा एसोसिएशन के आयोजन समिति में शामिल के एस आचार्यलू, मोहन नायडू, पी एम भास्कर, वाय सी राव, एम श्रीनिवास ने बताया कि मानव जाति के उत्थान, विश्व कल्याण एवं पर्यावरण शुद्धि जैसे महान पुनीत कार्य हेतु इस संकल्प को लिया गया है. इस भव्य एवं दिव्य आयोजन की शुरूआत विगत 17 दिसंबर को शोभायात्रा के साथ हुई थी जिसके बाद श्रद्धालु दिन और रात अपनी सुविधानुसार आकर विष्णु सहस्रनाम का जाप कर रहे हैं. अब तक 165 चक्र हुए हैं. प्रत्येक चक्र में औसतन 250 श्रद्धालु जपयज्ञ में शामिल हो रहे हैं. तिरूपति से आए 5 पण्डित अखण्ड पाठ कर रहे हैं. जबकि कल 150 स्कूली बच्चे भी विष्णु सहस्रनाम जप में शामिल होंगे.
बालाजी मंदिर के अलावा बिलासपुर स्थित बालाजी मंदिर, टाटीबंध स्थित काली मंदिर में भी सहस्रनाम का जाप किया जा रहा है. महोत्सव में आंध्रा एसोसिएशन के अलावा महाराष्ट्रियन समाज, उत्तर भारतीय ब्राहृमण समाज, इस्कान टेंपल के अलावा एक दर्जन से ज्यादा मंदिरों के पुजारी आकर विष्णु सहस्रनाम जप रूपी यज्ञ में मंत्रों की समिधा डाल रहे हैं. आयोजकों को उम्मीद है कि 21 दिसंबर की दोपहर तक 5 करोड़ सहस्रनाम जप लक्ष्य पूरा हो जायेगा और पूर्णाहूति दी जाएगी.
महिलाओं की भागीदारी ज्यादा
आयोजन समिति से जुड़े टी श्रीनिवास रेडडी ने बताया कि आंध्रा एसोसिएशन की महिला शाखा से जुड़ी 1000 से ज्यादा महिलाओं का योगदान और उत्साह देखते ही बनता है. महिला कार्यकर्ता पूरे आयोजन को अनुशासित और समयबद्ध बनाए हुए हैं. उनकी टीम लगातार ग्रुपों को बदलती रहती है और पूरे अनुशासन और भक्तिभाव के साथ दिनभर विष्णु सहस्रनाम का जप कर रही है. जबकि पुरूष भक्त रातभर इस यज्ञ में अपनी आहूति दे रहे हैं.
बन सकता है वलर्ड रिकॉर्ड
आयोजन समिति के सदस्य बी वी रामाराव ने बताया कि एक बार विष्णु सहस्रनाम का पाठ करने पर 1000 नामों का वर्णन होता है. इस प्रकार 50,000 भक्तों द्वारा पाठ करने पर या 50 हजार बार विष्णु सहस्रनाम का पाठ करने पर 5 करोड़ की संख्या की प्राप्ति होगी. आज रात तक साढ़े तीन करोड़ मंत्रों का जाप हो चुका था और अगले 36 घण्टों में लक्ष्य पूरा कर लिया जायेगा. आयोजन लिम्का बुक आफ वलर्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज हो सकता है. इसके लिए समन्वय जारी है. कल वलर्ड रिकॉर्ड की टीम के सदस्य आकर पूरे आयोजन का आंकलन करेंगे, वीडियोग्राफी भी करेंगे.
यदि रायपुर की जनसंख्या से तुलना करें तो 5 करोड़ मंत्रों के हिसाब से प्रत्येक व्यक्ति के कल्याण में औसतन 27 मंत्र पढ़े जा रहे हैं. भक्तों के लिए नि:शुल्क पूजा में भाग लेने, ठहरने एवं भोजन की व्यवस्था की गई है. इसलिए आसपास के ग्रामों और कालोनियों से आकर भक्तजन महोत्सव में शामिल हो रहे हैं.
जी.स्वामी ने बांधी आंखों में पटटी
आंध्रा एसोसिएशन के अध्यक्ष जी.स्वामी के नेतृत्व में यह आयोजन हो रहा है इसलिए उन्होंने आंखों में पटटी बांध रखी है. संकल्प पूरा होने के बाद ही आंखों से पटटी खोली जायेगी. इस दौरान जी.स्वामी एकांतवास में हैं जबकि उनकी टीम पूरे आयोजन को संभाल रही है. विशेषकर महिलाओं की टीम ने जिस तरह बड़े आयोजन को संभाला है, वह पूरी तरह अनुशासित और प्रतिबद्ध है.